कुछ रिश्ते जल कर खत्म हुए कुछ रिश्ते यूँ ही लावारिस हुए कुछ रिश्ते जल कर खत्म हुए कुछ रिश्ते यूँ ही लावारिस हुए
ढूँढ लो अपनी खुशियों को, चाहे छुपी हो इधर उधर कहीं भी, ढूँढ लो अपनी खुशियों को, चाहे छुपी हो इधर उधर कहीं भी,
दो पल की सांसो के लिए ये कैसा हाहाकार है सिस्टम है बेबस और इंसान - इंसान लाचार है ! दो पल की सांसो के लिए ये कैसा हाहाकार है सिस्टम है बेबस और इंसान - इंसान लाचा...
काल के विनाश का ज्वलंत उदाहरण है जो, वो सैनिक है....! काल के विनाश का ज्वलंत उदाहरण है जो, वो सैनिक है....!
मैंने अपनी हर साँस पर लिखी एक कहानी है, मैंने अपनी हर साँस पर लिखी एक कहानी है,
अपने विनाश का तू खुद ही जिम्मेदार बन रहा अपने विनाश का तू खुद ही जिम्मेदार बन रहा